✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ कहीं अमन के फूल हैं, कहीं जूत पैजार। हैं मीठे संवाद तो, गाली की बौछार।। टुकड़े-टुकड़े बट गई ,सद्भावों की ब्यार। बेगानो में मीत है ,मीत हुए गद्दार।। ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ कहीं अमन के फूल हैं, कहीं जूत पैजार। हैं मीठे संवाद तो, गाली की बौछार।। टुकड़े-टुकड़े बट गई ,सद्भावों की ब्यार। बेगानो में मीत है ,मीत हुए गद्दार।। ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️