क्या कोई बताएगा भरोसा रबर की तरहा क्यों होता है, हर गलती पर छोटा और छोटा क्यों होता है, दिल में दर्द और ज़िन्दगी में जहर ये क्यों भर देता है, नफरतो का मी बरसा कर, इंसा से इंसा को ये जुदा कर देता है, अपने मतलबो की जद में, ऐ इंसा तू तरहा तरहा के खेल क्यों रच देता है. ✍️✍️✍️ "Written:- By @ Umesh Kumar" #भरोसा रबर का