जुनून के मशाल से, तुम एक लौ जलाओ । जो खो गया है भीड़ में, उसे खुद ही तुम ढ़ूंढ़ लाओ । ज़िंदगी तुम्हें तोड़ेगी,मरोड़ेगी । हालातों के बीच लाकर छोड़ेगी । डटे रहो तुम मत घबराओ । घनघोर अँधेरे से जब कभी, तुम निकल ना पाओ । जुनून के मशाल से, तुम एक लौ जलाओ । ©Jyotshna 24 मशाल #कविता#नोजोटो