इस भागदौड़ की जिंदगी में थोड़ा वक्त खुद के लिए भी निकाल लिया करो , आईने के सामने खड़े होकर खुद को संवार लिया करो, सबकी जरूरतें पूरी होती रहेगी कभी खुद से भी सवाल किया करो, क्या चाहिए था ? क्या मिला ? तुमने खुद को किस मोड़ पे ला खड़ा किया ? अपना पसंदीदा काम किए तुम्हे कितना वक्त हो गया?जिस दोस्तों से हर रोज मिलते थे उनसे मिले कितना वक्त हो गया ? चाहे कितना भी किया मैंने किसी के लिए कोई कभी खुश नहीं हुआ । दिया जो थोड़ा वक्त खुद को कुछ अच्छा सा महसूस हुआ । ©poetry world #leafbook #life