ऐसी लागि लगन ऐसी लागी लगन, खो गया रे ये मन, हर कण कण में कैसे बसे तुम मिलें। आँख की पलकें ये भीगी भीगी सी हैं, रात बारिश जो यादों की होतीं रही। प्रेम का एक घड़ा, शीतल चाहत का पय, प्यासी रूह में जो उतरी, तो अमृत लगी, लम्हे गुमसुम हुए, तो जल्दी रात आ गई, चाँद तारों के संग, तेरी बातें हुई। तेरी ही हैं लगन, तुझमे ही मैं मगन, तेरी ही चाहतों में, मैं जोगी हुआ।। #लगन #prem #प्रेम #lovequote #kavita #premkikavita #priyadarsi #nojoto #miraa #ishq #nojotoquote #bestnojotoquote #hindi #shayari #nightthought #newcreation