वो मोहब्बत की शुरुआत थी और पहली मुलाकात थी, सर्दी के मौसम में भी चारों तरफ फैली गर्माहट थी, ऐतराज किया था उसी ने फिर भी मिलने को बेताब थी, कमरे के कोने में सिहरी सी वो खड़ी बेहिजाब थी, जब पास गया उसके तो स्पर्श में वो एक गुलाब थी, लगी जब सीने से तो उसकी धड़कने बेहिसाब थी, सिसकने लगी इस तरह जैसे अन्दर भरे सैलाब थी, एहसास हुआ मुझे उसकी मोहब्बत ही बेमिसाल थी, मुलाकातें तो हजारों हुईं पर वो पहली लाजवाब थी। #love #loverfeelings #firstlove #firstdate #couple #couplegoals #romance #writing #writer #poetry