एक संदेश (Read in caption) प्यार किया था हां, बाबा प्यार ही क्या था, कोई गलती कर दी थी क्या, आगया था दिल किसी पर, बना बैठा था किसी को, दिलोदिमाग से अपना पर, पर क्या पता था ये समाज की,