कभी-कभी राह चलते अजनबी मुझे देख मुस्कुरा जाते हैं.. और मुझे इस असमंजस में छोड़ जाते हैं कि "क्या मैं इन्हें जानती हूँ"! मगर मुस्कुराहटों के मतलब मुझे बखूबी आते हैं.. कुछ मुस्कुराहटें फीके स्वादहीन भोजन की तरह होती हैं। जो गले से उतरता नहीं है मगर फिर भी खा लिया जाता है.. कभी किसी का दिल रखने..और कभी स्वयं का केवल पेट भरने। मगर कुछ मुस्कुराहटें सावन की पहली फुहार सी होती हैं। बेहद ख़ूबसूरत.. जो सीधे आँखों से होकर दिल में उतरती हैं। जब कोई अजनबी मुझे देख बेवज़ह ही मुस्कुरा जाता है तो मैं यही अनुमान लगाती हूँ कि शायद इन्हें मुझमें किसी और की छवि दिखी है.. फिर वो मुस्कुराहट स्वादहीन हो या सावन की पहली फुहार क्या फ़र्क़ पड़ता है। ❤️ #रूपकीबातें #roopanjalisingh #roopkibaatein #roopanjalisinghparmar #roop #nojoto #रूपकीबातें