तुच्छ सी एक बात बड़ी जानकारी हो गयी कलम की झूठ से यारी हो गयी जो बिकता है, वो लिखता है जेबें उनकी भारी भारी हो गयी कलम की झूठ से यारी हो गयी बातों को वो खूब घुमाते अपने चश्मे से दिखलाते शोर करना है? करके देखो देशभक्ति की मीठी नदिया नोटों से वो खारी हो गयी कलम की झूठ से यारी हो गयी सच को छुपाना या खूब दिखाना पैसा सब तय करता है, किसको सुलाना किसको जगाना पैसा सब तय करता है, इंसाफ की लड़ाई हारी हारी हो गयी कलम की झूठ से यारी हो गयी #justice4manisha #justice4ssr #leftalone #justice #दोटुक