यूं तो सुना देता हर किसीको किस्सा हजार जिदंगी का, फिर याद आया चार दिवारी के अलावा मैं भी मेरा नहीं हूँ, #निशान_बाकी_है #चारदीवारी #जिंदगी #मैं#शिकायत