सहेली.... तेरी बाहों में आकर में सब कुछ भूलना चाहती हूं…. वो दूरी वो नफ़रतू भरी यादें तेरी आंखों से आंसू बनकर निकल जाना चाहती हूँ.... लाला...... ©Mahesh Patel सहेली... आंसू... लाला...