सुला चुकी थी ये दुनिया थपक-थपक के मुझे जगा दिया तेरी पाइल ने छनक-छनक के मुझे कोई बताये की मै इसका क्या इलाज करूं परेशां करता है ये दिल धड़क-धड़क के मुझे ।।