बाँसुरी लै हाथ कहै राधिका मनोहर सों,आज तुमहारी बाँसुरी मैं हू बजाऊँगी। मीठी मीठी तान सुना तुमकूँ लुभाऊँ श्याम,सरस रसीले सुर साज हू सजाऊँगी। 'परेशान' करी हूँ बहुत साँवरेजू तैनें, कहत खरी मैं तोसों अब ना लजाऊँगी। नेह सों रिझाय प्यारे नैंनन बसाय, तुम्हें, अपनों बनाय तुमहारी बन जाऊँगी।। ✍परेशान✍ ©Jitendra Singh #radhamadhav #radhakrishnan #radheshyam #kishorishyam #radhamanohar kiran kee kalam se ❀RONAk❀TIZER❀4344❀ Advocate Suraj Pal Singh DELHI akash masti and inspiration S C Tiwari