"कजरी" हरे रामा बारिश की बूँदे गिरे मतवाली, सजन लाये साड़ी हे हरि! हरे रामा बारिश में यौवन की चढ़ी है खुमारी, सजन लाये साड़ी हे हरि! हरे रामा बारिश में दिन कटे बड़ा भारी सजन लाए साड़ी हे हरि! हरे रामा कैसे कटे ये मुश्किल घड़ी सजन लाए साड़ी हे हरि! हरे रामा सजन न समझे मजबूरी सजन लाए साड़ी हे हरि! हरे रामा सास देखे, ननद देवें गाली, सजन लाए साड़ी हे हरि! हरे रामा निकला सावन बड़ा अनाड़ी सजन लाए साड़ी हे हरि! ©️किसलय कृष्णवंशी"निश्छल"