एक साई तू दूजा कोई ना हमारा ना कर उस विश्वास को नागवारा। मन में जो जलता है भक्ति के प्रकाश कहीं मेरे मन के तूफ़ान ना कर दे विनाश। तू उस रोशनी की करना हिफाज़त ना छीनना हक बनने की तुम्हारे भक्त। भले ना कर पाऊं तुम्हारे पूजा सही विधी से पर मुझे बंचित ना करना भक्ति के सिद्धि से। रहूं भले तेरे चरणों में एक धूल बनके पर माफ़ करते रहना मेरे भूल बच्चा समझ के। #yqbaba#omsai#yqdidi#yqhindi#yqquotes