कलयुग की शक्ति मे, बाबा की भक्ति फेल हो गयी | लगाते तो थे ध्यान बैठ कोने में, न जाने कैसे नजरे फेल हो गयी | 70 के बुढ़ापे मे फिर से जवानी आ गयी, बाबा को ध्यान में कुंवारी भा गयी | जवानी के साथ बचपन की भी याद आ गयी | मालिश से हो जवान उनको याद आ गयी | अब माँ की ममता भी शर्मशार हो गयी, मालिश करा करा के बाबा की जेल हो गयी | #मालिश करा करा के बाबा को जेल हो गयी |