मैने बालपन में, ग्लोब पर एक देश पर उंगली रखी और दोस्तो से कहा ये देश मेरा है मैं इसका एक दिन राजा बनूंगा... दोस्त मुझे जायदा माहिर निकले उन्होंने ग्लोब को उठाकर बाहर फेंक दिया और कहा ले, अब बन जा राजा, दुःख के साथ मुझे एक खुशी हुई कि सिर्फ पृथ्वी को उन्होंने बाहर फेंका था ब्रह्माण्ड अब भी मेरी सोच की मुट्ठी में बंद था ©Alam Aftab रंक #Photos