दरअसल भौगोलिक परिस्थितियों के साथ साथ मानवीय गतिविधियों के चलते सर्दियों के महीने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर के लिए बड़े घातक सिद्ध होने लगे इस दौरान दिल्ली और आसपास के इलाके गैस चैंबर में तब्दील हो गए हैं जैसे राजनीति है कोसमा किसी और ने नहीं बल्कि देश की एक उच्च अदालत ने ही दी है इसके पिछले वाले वह बोले कारण हो सके लेकिन कुछ पहले ऐसे जरूरी है जिन्हें हम अपने स्तर पर कदम उठाकर नियंत्रित कर सकते हैं ऐसे कई कदम का संपादक की बड़ी पर उल्लेख भी किया गया है जिन्हें कंट्रक्शन गतिविधियों को उचित रूप से वे नियमित सफाई सफाई व उनके वैज्ञानिक तौर तरीकों का सहारा लेना और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने जैसे विकल्प शामिल है यह कोई मुश्किल उपाय नहीं है इसके लिए बस थोड़ी सी इच्छा शक्ति दिखानी होगी इसमें सरकार और संबंधित एजेंसियों के साथ-साथ सामुदायिक भागीदारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण होगी क्योंकि ऐसी भी कोई भी पहली नागरिक की रचनात्मक सहयोग ©Ek villain #प्रदूषण के विरुद्ध छोड़नी होगी युद्ध #Save