सन्नाटा सा हो गया है गलियों में , कि कुछ कहा नहीं जाता । यह सब देखें ए जिंदगी अब रहा नहीं जाता । । । इस वक्त छाया है बादल , संकट और लाचारी का l जल्द ही मिलेगा इलाज , इस वैश्विक महामारी का ।l दो वक्त की रोटी पर , ग्रहण पड़ रहा है । कोई भूख से तो , कोई मौत से लड़ रहा है । l कुछ को मिला कुछ भूखे है , कुछ रहा अभी भी ताक रहे । राशन दे दो या फांसी दो , ऐसी मांगे , वो मांग रहे । । किसी ने मदद की , तो किसी ने मजाक उड़ा दी । गलती पासपोर्ट की थी , सजा राशन कार्ड को दिला दी । l जो सक्षम है वो सब मिलकर , कब संकल्प उठऻओगे । सब कुछ सरकार करेगी तो क्या देशभक्त दिखलाओगे , कोई भी भूखा नहीं सोए , सबको भोज कराओगे , हे भारत मा के लाल सनो तम देशभक्त कहलाओगे । । अपनों से अपनों के लिए एक दवंद सा कर लिया मैनेl वो स्वस्थ रह सके इस कारण मिलना ही बद किया मैने ll मा भारती तेरे लालो पे , आच नहीं आएगी । कुछ नादान समझले तो , सारी दुनिया बच जाएगी , आपातकाल की यह बेला , जल्दी ही टल जाएगी , यह कोरोना महामारी अब , दुनिया से मिट जाएगी । । ( दुर्वेश सिंह) #covide 19 kavi Ajay maurya(#आश्वस्त🇮🇳) 🐦Awaaz-e-shayari (Imran Hussain) Instagram - @kaviranjitcharan कवि रणजीत सिंह चारण रणदेव