हर कोई टूटा हैं यहां इश्क मे... यहां हर कोई किसी ना किसी के इश्क का बीमार बैठा हैं।। जख्मों को कुरेदना आदत बन चुकी हैं लोगों की... के जख्मों को कुरेदना और कुरेद कर नमक लगाना... आदत बन चुकी है लोगों की... यहां हर कोई एक दूसरे की परिस्थिति पर हसने को तैयार बैठा हैं।। ©gumnaam_writer011 #Fayda