बचपन और लंच ब्रेक लंच की वो मस्ती कभी भूल नहीं पाऊंगी एक ही वो डिब्बा वो भी दोस्त का उस पर हक अब भी जताना चाहूंगी o god school time की बाते बोहोत सारी है कोई मिले वहीं school wala koi to उससे बतियाना चाहूंगी