मेहरबानियाँ ग़र किसी की हद से बढ़ जाएँ, हमेशा सावधान हो जाना चाहिए, ख़ुद को कोई किताब बना सामने रख जाए, तो दयावान भी हो जाना चाहिए। ग़ैर कोई बेमतलब ही अपना एहसास दिला अपने होने का एहसास करा जाते हैं, बिन माँगे ही मुँह-माँगी मुराद वो पूरी कर जाए, एहसान ही समझ जाना चाहिए। क़शिश ग़र किसी ग़ैर में हो तो दूरियाँ बनाना ही बेहतर, सम्भल जाना ही बेहतर, गिरने पे वो आकर बेमायना ही हर बार उठा जाए, तो अरमान समझ जाना चाहिए। ज़िद्द तुम्हारी मुकम्मल होने को वो बस शीशे का भी जिस्म-ओ-जान बन जाए, बिखर के ख़ुद भी तुम्हारी ज़िन्दगी को अनमोल बताए, जान समझ जाना चाहिए। तुम्हारी ज़िन्दगी का हिस्सा बन मौत से तुम्हे दूर कर कोई किस्सा बनना चाहे, किस्सा न होने दो उसे मौत से लड़ के भी उसे बस भगवान् समझ जाना चाहिए। #किस्सा #क़शिश #ज़िन्दगी #बेमायना #बेमतलब #मेहरबानियाँ #yqhindi #bestyqhindiquotes