# मेरी जिंदगी है... तू ही # मेरी प्यार ,मेरी जिंदगी ,मेरी हकीकत है... तू ही। कसम खुदा की, मेरे सांसो की जरूरत है... तू ही। मजबूर हूं जमाने से हकीकत बताने को, मगर खुशनसीब हू, मेरी जिंदगी है... तू ही।। हैरान हूं बस सोच कर, यहां समझे कौन मुझे? पर तू ही, वह आइना है, जिसने पहचान लिया मुझे। अब जिंदगी की हकीकत से रूबरू हो गया हूं मैं, यहां हजारों रास्ते थे जिंदगी के, पर मेरी मंजिल है... तू ही,यह समझ गया हूं मैं। हुई है गलतियां मुझसे बार - बार, पर उसे जो माफ किया वह है... तू ही।। अब मैं समझ गया हूं, मेरी जिंदगी है... तू ही कसम खुदा की, मेरे सांसो की जरूरत है... तू ही।। Only for you....Happy anniversary my dear.... Pt. विकास कु० शर्मा #मेरी जिंदगी है... तू ही