मोहब्बत की है तो सजा भी भुगतनी पड़ेगी, कुछ एहसास जीए हैं तो दर्द भी पीना पड़ेगा, जहाँ से तुम मोड़ मुड़ गये थे ये मोड़ अब भी वहीं पड़े हैं हम अपने पैरों में जाने कितने भँवर लपेटे हुए खड़े हैं बड़ी वफ़ा सेनिभाई तुमने हमारी थोडी सी बेवफ़ाई कहीं किसी रोज़ यूँ भी होता