कुंडलियाँ 😀सही पकड़े हैं क्या??🙏 निंदा करने चल पड़े, सज धज निंदा राम। इससे बढ़कर देखिए, अब इनको क्या काम।। अब इनको क्या काम, करें सबकी निगरानी। बिना शिकायत हाय पचे कब दाना-पानी।। धरती पर ये लोग, इसी खातिर है जिन्दा। जो हो इनसे योग्य, करेंगे उसकी निंदा।। डॉ .शिवानी सिंह कुंडलियाँ