उम्र कम कर दी उसने मेरी बदले में हम उनके तलबगार हो गए, बिकते रहे हमेशा उनकी खुशी के लिए और जाने कब हम उनके लिए एक व्यापार हो गए, एक चिंगारी बनकर सुलगती रही मोहोब्बत उनकी दिल में मेरे पर ना जाने कब मेरे वो सपने जलकर ख़ाख हो गए, होले होले गुजरती रही ज़िंदगी मेरी फिर न जाने कब हम उनके लिए एक बुरा ख़्वाब बन गए... उम्र कम कर दी उसने मेरी #umrkamkardi #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine #mereshabdonkajahan #nikhil_kaushik #shayari Collaborating with YourQuote Bhaijan