ज़िन्दगी मैं हूँ दुख है और तन्हाई अब और इस से ज्यादा क्या होगा दिल टूटा राते रूठी अब निर्रथक जीवन का क्या होगा सांसे मेरी पूछे पता अब तेरा रास्ता देखे अब आँखे मेरी कितने ख़्वाब टूटे है लेकिन नए गीत रचे अब कलम ये मेरी लो मैंने जलाये वो पत्र सभी अब क्या और तेरा लिखना होगा दिल टूटा राते रूठी अब निर्रथक जीवन का क्या होगा। याद तुम्हें है क्या वो बातेजो तेरी और मेरी थी वो तेरे केशों में तले बीती थी वो रात कितनी घनेरी थी वो हर निशानी तेरी जो है मैं आज मिटा के आया हूँ वो सारी तेरी यादों को आज भुलाने आया हूँ जा मिटा दिया सब कुछ अब अंजाम न जाने क्या होगा दिल टूटा राते रूठी अब निर्रथक जीवन का क्या होगा? शुभम पांडेय गगन #ज़िन्दगी #जीवन #तन्हाई #nojotoapp #nojotohindi #shubhampandeygagan #love