आजब-ए-दस्ता में मोहब्बत-ए-गुन्हा कर के देख लिया, हारे दिलो के हाथों, नैनो से अश्को को छूपा के देख लिया। बौखलाया दिल है ज़माने से क्या गिला करे गलती अपनी थी, छुप कर अश्को को हमने अब्तर अंजाम कर दिया। अब्तर = ( नष्ट, मिटाना) गलती..... #आजब-ए-दस्ता में #मोहब्बत-ए-गुन्हा कर के देख लिया, हारे दिलो के #हाथों,नैनो से अश्को को #छूपा के देख लिया। #बौखलाया दिल है #ज़माने से क्या गिला करे गलती अपनी थी, #छुप कर अश्को को हमने अब्तर अंजाम कर दिया।