White दुर्जन से दूरी भली, समझे तो सुख होय। लाख उपाय करै मगर, विष अमृत ना होय।। श्वानपुच्छ-सी कुटिलता, कबहुं न सीधी होय। वक्र चन्द्रमा डरैं सब, गहन न उसका होय।। ©Shiv Narayan Saxena #good_night दुर्जन से दूरी भली.....