कोई न रहे खुदा गम की पनाहो में एक दिया रोशन हो सब की राहो मे मिले सब से लेकर भाव सौहार्द का मन मे आत्मीयता और अपनेपन को मत देखो गुनाहों में ©Ravikant Dushe