सुबह हो गई है फिर भी मैं नींद में हूँ रात ढ़ल चुकी है फिर भी मैं अभी अंधेरे में हूँ क्या किस्से सुनाऊँ तुझे मैं मेरीआदतों के बदनाम भी मैं हूँ और मशहूर भी मैं हूँ जाम लगाए थे बेहोशी के मेंने पर ना जाने क्यों अभी मैं होश में हूँ बिखर गए कांच की तरह जो ख़्वाब मेरे फ़िर भी जिद्दी अभी भी देखती वही ख़्वाब मैं हूँ जो इश्क़ करने से दिल डरता है तुम्हें देखती हूँ तो भूलकर सब कुछ अभी भी वो इश्क़ तुमसे करती मैं हूँ कि क्या किस्से सुनाऊँ मैं मेरी चाहतों के बदनाम भी मैं हूँऔर मशहूर मैं भी हूँ #AnjaliRawatAnji#mywords #mylife