Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरे बस में नहीं वरना कुदरत का लिखा हुआ काटता तेरे

मेरे बस में नहीं वरना कुदरत का लिखा हुआ काटता
तेरे हिस्से में आए बुरे दिन कोई दूसरा काटता l

लहरों से ज्यादे बहाव था तेरे हर एक लफ़्ज़ में 
मैं इशारा नहीं काट सकता तेरी बात क्या काटता..! #love #akshat
मेरे बस में नहीं वरना कुदरत का लिखा हुआ काटता
तेरे हिस्से में आए बुरे दिन कोई दूसरा काटता l

लहरों से ज्यादे बहाव था तेरे हर एक लफ़्ज़ में 
मैं इशारा नहीं काट सकता तेरी बात क्या काटता..! #love #akshat