फ़ैसला (story read in caption👇) फ़ैसला सपना अपने कमरे में बिस्तर के एक तरफ कोने में बैठ कर रो रही थी और उसकी सात साल की बेटी ईशु जो अपनी माँ के जख्मों पर बड़े प्यार से दवा लगा रही थी। ये सपना के घर रोज़ होता था , उसका पति सौरव शराब पीकर आता सपना को मारता पीटता फिर जाकर सो जाता और ईशु हर बार अपने पिता के दिये जख्मों पर मरहम लगाती। सौरव पहले ऐसा नहीं था लेकिन शादी के बाद न जाने वो इतना कैसे बदल गया उसने शराब पीना शुरू कर दिया और फिर घर में मारपीट भी शुरू हो गयी। सपना ने आजतक घरवालों को ये खबर नहीं की। सौरव जैसा भी था उसका पति था