आंखों में लेकर टूटे ख़्वाब चले हम अपनी जीस्त का ले सामान चले, क्यों जीएं और किसकी ख़ातिर मौत का दामन हम थाम चले।। 276/365 सुप्रभात। आँखों में लेकर ख़्वाब चले, वो ख़्वाब कि जो दिन-रात जले... #लेकरख़्वाबचले #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #365days365quotes #writingresolution #taajdaar #aprichit Collaborating with YourQuote Didi