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बेजान सी मूर्त हूं अभी मैं मेरी ख्वाइश भी ख़तम हैं

बेजान सी मूर्त हूं अभी मैं
मेरी ख्वाइश भी ख़तम हैं
जिस दिन इसमें जान आएगी
तो समुन्द्र से ज्यादा उफ़ान होगा 
मेरी हर बात में
तू करले जितने कर्म तुझे करने ह
पता तो उस दिन चलेगा जिस दिन मैं आऊंगा
मैदान में
    📝📝📝... #तेज़ urvil Akash Patel Beena  Jajbaat-e-Khwahish(जज्बात) Sakshi Chaudhry
बेजान सी मूर्त हूं अभी मैं
मेरी ख्वाइश भी ख़तम हैं
जिस दिन इसमें जान आएगी
तो समुन्द्र से ज्यादा उफ़ान होगा 
मेरी हर बात में
तू करले जितने कर्म तुझे करने ह
पता तो उस दिन चलेगा जिस दिन मैं आऊंगा
मैदान में
    📝📝📝... #तेज़ urvil Akash Patel Beena  Jajbaat-e-Khwahish(जज्बात) Sakshi Chaudhry