चाँद सितारों की दास्ताँ जुगनुओं की रोशनी खामोशी का आलम ज़िक्र हर शय का छिपा है जिसमें।। ज़रा तन्हाई में अकेले बैठ ग़ौर हजूर कीजियेगा सुनाई देगी जिसकी धुन तुम्हें कण कण में।। नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳