सपने देखना शुरु करो तो सही, पूरे तो अपने -आप होगें | यूँ मत बैठो पैरों को जकड़ कर, क्योंकि अब तुम्हें चलने होगें | ना रूको बस इस वजह से कि तुम कमजोर हो, याद रखना ,अगर अब रूक गये तो, एक दिन तुम्हें domestic voilence भी सहने होगें | पता हैं, खुद को कहकर कमजोर, तुम वहाँ पर भी सारे दर्द सहोगे | और मेरी जिन्दगी तो जहन्नुम हैं, ऐसा बोलकर तुम हर रोज मरोगे | तो इस time का तुम्हें भरपूर लाभ उठाना हैं, या बेकार की चीजों में अपना time गँवाना हैं | इसका फैसला सिर्फ तुम ही करोगे | आगे बढ़ोगे तो जाहिर हैं,मुश्किले आयेगी , पर इससे लड़ने का औकात , केवल तुम ही रखोगे | just give importance to time...