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हे घटा तू बरस,ऐसी बरस अबके बरस। तू भीगा दे दामन मे

हे घटा तू बरस,ऐसी बरस अबके बरस।
तू भीगा दे दामन मेरे साजन का। 
फिर झूम के बरस न बरसी हो किसी बरस।
तेरी वो नमी ऐसी बस जाए तन में सबके।
फिर ऐसे तरस की ना रहे आरजू की तू बरस
🙏मिलिंद जी🙏 घटा बरस
हे घटा तू बरस,ऐसी बरस अबके बरस।
तू भीगा दे दामन मेरे साजन का। 
फिर झूम के बरस न बरसी हो किसी बरस।
तेरी वो नमी ऐसी बस जाए तन में सबके।
फिर ऐसे तरस की ना रहे आरजू की तू बरस
🙏मिलिंद जी🙏 घटा बरस
vijaymilind6573

Vijay Milind

New Creator