महफ़िल में वो आज अजनबी बने हुए थे नजरें चुरा रहे थे हमने भी नक़ाब उठा दिया चिलमन से और होश फ़ाख्ता हो गये उनके जो कभी भी जो कभी हमसे ज़ुदा हो गये थे मज़बूरी का बहाना बना के ।। #nojoto#nojotodhokha#poem#shayari#dil#dard#nojotomehfil