रूठ जाते हैं लोग अक्सर किसी बहाने से समझ नहीं आता क्या गिला है इस ज़माने से दे जाते हैं सजा यूँही बिना किसी गुनाह के मिल जाये वो फिर से ले ले अपनी पनाह में उम्मीद है आपको फिर से मनाने की कभी कोशिश तो करो हमें खुल कर आजमाने की हमें भी पसंद नहीं यूँ अपनो से रूठना कभी कोशिश तो करो अपनापन जताने की #life_journey