।।आओ तिरंगा फहरायें ।। आजादी, अगणित बलिदानो की है गाथा, असंख्य वीरो की वीरगति की परिभाषा, आओ इन वीरों की गौरव गाथा गायें, आओ तिरंगा फहरायें ।। नभ में सूरज केसरी बिखेरे , अम्बर वृष्टि चक्र घेरे , धरा पर हरियाली एसे, जैसे प्रकृति गीत गायें , आओ तिरंगा फहरायें।। आजादी हो तन-मन में , मन उद्वेलित न हो , विचारो में हो स्वतंत्रता, हृदय उद्गगार लहरायें आओ तिरंगा फहरायें । सम्मान हो जन जन का, निज में आत्म सम्मान हो , पुरखों पर अभिमान एसा, जैसे वीरो की जय गायें , आओ तिरंगा फहरायें ।। ©Pawan k verma Aao jhanda fehraaye #Independence