तेरी चाहत की बारिश मुझ पर ऐसे गिरी की, हम रंग गए इश्क के रंग में तेरे संग, तेरे प्रेम का रंग इस कदर चढ़ा की, भूल गए हम यह दुनियादारी के रंग, तेरे चाहत का हुआ कुछ ऐसा असर, की अब यह नजरें ढूंढे तेरी ही सूरत, दिल करता है यह सारी सीमाएं तोड़ कर, भर लूं तुझे आगोश में मेरे संग, सारी शिकायतें भूल जाता हूं, जब रूबरू मुलाकात से तुम से होती है, अपने हुनर और मीठी वाणी से सारी दुनिया के दिल जीते, बस मेरा खुद का दिल तेरे आगे हार गया, अब गुज़ारनी है मेरी यह बची जिंदगी, तेरे संग बिना गंवाये एक भी पल। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-760 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।