कहते हैं लोग इसे रेशम का धागा, लेकिन जब एक भाई की कलाई पर, एक बहन यह रेशम का धागा बांध देती है, तो ये बन जाता है बंधन रक्षा का। माना की रेशम का धागा, खींचने से टूट जाता है, लेकिन राखी में तो बसती है एक बहन की दुआ, जो रखती है ताउम्र सलामत अपने वीरा को। आता है यह रक्षाबंधन का त्योहार, साल में एक ही बार, लेकिन जोड़ता है यह भाई बहन को, एक पवित्र प्रेम बंधन में। भले ही एक भाई अपनी बहन को, चाहे कितना भी चिढ़ाता हो या फिर तंग करता हो, लेकिन रक्षाबंधन के दिन, भाई अपने बहन के सिर पर हाथ रखकर, देता है आशीर्वाद के ताउम्र उसकी खुशियाँ बरक़रार रहे। -Nitesh Prajapati ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1022 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ! 💐💐 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।