मगर दिल है के, मानता नहीं। हालते-जार है , जानता नहीं। राहे उल्फत मे, झगड़े हजार हैं। दिले-नामुराद के, लफड़े हजार हैं। दिल रहेगा , तो सांस रहेगी । ज़िन्दगी की बाकी, आस रहेगी । फिर भी अगर दिल, मानता नहीं। शायद मौत को, वो जानता नहीं। Rest Zone की ओर से एक ख़ूबसूरत #collab #कौनसमझाए #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi