Hindi SMS shayari *मेरा सफ़र* page-२ माँ का ध्यान जब मुझपे पूरा केंद्रित हुआ तो उसने मुझे काफी मेहनत करके मुझे BA,LLB तक की शिक्षा दी। मैं गलतियों का पुतला बन गया हूँ , अपने जीवन में मैंने प्यार करना चाहा था और उसे अपनाना चाहा था। लेकिन प्यार में असफल रहा किन्तु मैंने कोई गलती नही किया है। अपने दृष्टिकोण से। मेरी कहानी आज से लगभग 2008 में एक सैंथिया नामक स्थान से शुरू होता है तब मैं महज केलव 10/11 साल का हुआ करता था तब पहली बार किसी लड़की को मैं पसंद आया था उसने मुझे purpose की थी पहली बार जब किसी ने इजहार किया तो मैंने भी उसे हां कर दिया तब मेरे पास फोन नही था, तो उसने मुझे एक चिट्ठी दी थी। 1 या 2दिन बाद उसकी बहन बेटी रुपाली ने कहा पऑयल ने उस खत का जवाब मांगा था तो 1 दिन बाद फिर मैंने भी है में उत्तर दे दिया।। continue in page3 #NojotoQuote मेरा सफ़र खण्ड-2