किसी का वादा पूरा करने का दावा करने वाले.. अक्सर वादा इसलिए पूरा नही कर पाते क्योँ की..वादा पूरा करने का प्रण लेने का समय ,जोश ,हालातऊर्जा और वादा पूरा करने का समय ,हालात शारीरिक क्षमता अलग अलग हो जाते हैं। इसलिए वादे अक्सर टूट ही जाते हैं। तो क्योँ न हम स्वयम से ,अपनी आत्मा से वादा करना सीखें। वादें करें खुद से..उन्हें बखूबी निभाएं।। वादा। ....... खुद को खुश रखने का, जीने के लिए खाने का, गरीब की मदद का, जानवर के भोजन का, किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने का, किसी का दिल न दुखाने का, बुज़ुर्गो को समझने का, उधार न लेने का, स्वयम के पास जो हो उसमे सन्तुष्ट रहने का, किसी के आंसुओं की वजह न बनने का, गुरु सिमरन का, सबसे खास ये की जो कार्य तुम्हे खुद के लिए पसन्द न हो,बेज़ती महसूस हो,वो कभी किसी के साथ न करें। ईश्वर का खौफ रखें। ये अगर हो गया तो समझो ❤️प्रोमिस डे❤️ सफल हुआ। रजनी श्री बेदी ©Rajni shree Bedi #promisday