एहसान और अहसास दोनों एक साथ कभी नहीं रहते। एक आता है तो एक चला जाता है। अहसास जब आता है तो रिश्ता बनता है और जब एहसान आता है तो रिश्ता..... एहसान और अहसास दोनों एक साथ कभी नहीं रहते। एक आता है तो एक चला जाता है। अहसास जब आता है तो रिश्ता बनता है और जब एहसान आता है तो रिश्ता..... #ऋषि_अग्रवाल