मेरी शायरी! रंग बदलना मुझे भी आता है गुजरे हुए दिनों को याद कर के बदलना नहीं चाहता... जिस दिन बदल गया समझो तेरे लिए मर गया।.. 💔💔💔 ©Abhishek Kumar #Dil ka tukda #Dark