लोग रूप देखते हैं हम दिल देखते हैं; लोग सपना देखते हैं हम हकीकत देखते हैं; बस फर्क इतना है कि लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं; हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं। प्रिय लेखक/लेखिका, [Collab challange (31) में आपका स्वागत है] 🎀 इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 🎀 इस शीर्षक पर मात्र 2 पंक्तियों में ही अपनीं रचना पूर्ण करने का प्रयास करें | 🎀 रचना पूर्ण होने के पश्चात इस पोस्ट पर आकर कमेंट बॉक्स में 'Done’ जरुर लिखें |