कहां थी समझ इतनी जो कुछ भी समझ पाते हम तो बस सारे कार्टून कैरेक्टर खुद में पाना चाहते होते अगर हम भी कोई नोबिता डोरेमोन जैसा कोई दोस्त पाते आती अगर कोई भी मुश्किल हर मुश्किल को गैजेट से हल कर जाते कहां थी समझ इतनी जो कुछ भी समझ पाते होते अगर हम भी कोई छोटा भीम साथ में राजू जग्गू चुटकी होते प्रोटीन की क्या जरूरत होती सिर्फ लड्डू खाकर ही ताकत पाते कहां थी समझ इतनी जो कुछ भी समझ पाते होते अगर हम भी कोई निंजा हथौड़ी शिंजो जैसा छोटा भाई भी पाते कैनीची जैसे दोस्त की प्रॉब्लम अपनी निंजा टेक्निक से हल कर पाते कहां थी समझ इतनी जो कुछ भी समझ पाते हम तो बस सारे कार्टून कैरेक्टर खुद में पाना चाहते ©pragati Sharma #f1 हमारा बचपन